Essay on role of youth in Nation Building in Hindi राष्ट्र निर्माण में युवाओं का योगदान

Essay on role of youth in nation building राष्ट्र निर्माण में युवाओं का योगदान / Sort and long Essay on Role of Youths in Nation Building 250 & 500 world for Students of class 10th and 12th राष्ट्र निर्माण में युवकों का क्या योगदान है?

रूपरेखा

  1. प्रस्तावना
  2. युवा राष्ट्र का भविष्य
  3. राष्ट्र निर्माण  के  बहूआयाम
  4. राष्ट्र निर्माण में युवको का योगदान
  5. शुभ परिणाम
Essay on role of youth in Nation Building in Hindi राष्ट्र निर्माण में युवाओं का योगदान
Essay on role of youth in Nation Building in Hindi राष्ट्र निर्माण में युवाओं का योगदान

“युवा ही है जो  प्रगति के  पथ पर राष्ट्र को ले जाने  वाला है”

प्रस्तावना –  युवा हमारे देश का वर्तमान और भविष्य हैं मानव जाति की विभिन्न अवस्थाओं में सबसे महत्वपूर्ण अवस्था युवा अवस्था है । इस अवस्था में ताजे रक्त का संचार होता है। युवा शक्तिशाली, बलवान तथा निडर होता है। इसी अवस्था में ज्ञान प्राप्त करने की लालसा होती है। ज्ञान प्राप्तकरने की तीव्र लालसा होती है ज्ञान प्राप्त करके युवा का चिंतन मनन करने की क्षमता का विकास होता है। इस समय युवा ज्ञान विज्ञान, संगीत, नृत्य, वाद-विवाद आदि की जानकारी प्राप्त करता है। यही कारण है कि वह देश के विकास का आकांक्षी होता है। इसी कारण से युवा समय के प्रत्येक क्षण का सदुपयोग करता है किसी ने कहा है;

 ”कर्म रथ जग में, हर दिशा से, कर्म की आवाज आती है, काल की गति एक क्षण को विराम नहीं पाती”

राष्‍ट्र निर्माण के लिये यूवा वर्ग के लोगों का योगदान करना देश के सभी क्षेत्रों को लेकर एक बहुत ही महत्‍वपूर्ण आयाम है। विश्‍व के किसी भी राष्‍ट्र निर्माण में सहायक बिन्‍दु बहुत से होते हैं परन्‍तु उनमें से एक पृथक बिन्‍दु यूवा ही निकल कर आता है। जो अपने ओजपूर्ण स्‍वभाव से देश निर्माण एवं किसी क्षेत्र में सक्रियता दिखाता है। और अपने राष्‍ट्र को उच्‍च प्रगति की ओर ले जाता है। राष्‍ट का आने वाला भविष्‍य इन्‍ही यूवा वर्ग के लोगों से ही संभव हो पाता है। यह प्रत्‍येक राष्‍ट्र का कर्तव्‍य होना चाहिए कि वह अपने राष्‍ट्र के शिक्षा संस्‍थानों पर एक महत्‍वपूर्ण रूप से दृष्टि रखते हुए उसे एक सुदृढ क्षेत्र बनाये जिससे भविष्‍य में यूवाओं के शिक्षण कार्य में एक दिशा मिल सके एवं वह गलत मार्ग पर अग्रसर ना हो।

Essay on role of youth in Nation Building in Hindi

युवा राष्ट्र का भविष्य – युवा हमारे देश का वर्तमान और भविष्य हैं , आज का प्रत्येक नवयुवक देश का आगामी राष्ट्र नायक होगा। उसके कंधों पर ही राष्ट्र का विकास और कल्याण का पूरा  भार होता है। इसके लिए परम आवश्यक है कि युवा में कर्मठता, कर्तव्य एवं चरित्र का विकास बौद्धिक विकास हो । इसके  लिए विद्यालयों में इसी प्रकार की शिक्षा दी जानी चाहिए क्योंकि

 ”शिक्षा काल में निर्मित विद्यार्थियों से एक कुशल नागरिक बनेगा ।  अतः देश वही संपन्न होगा जिसका युवा वर्ग परिश्रमी होगा”

३. राष्ट्र निर्माण के  बहुआयाम –  राष्ट्र  के लिए शिक्षा, विज्ञान, प्रशासन ,, चिकित्सा खेती उद्योग आदि कई आयाम होते हैं । जिनमें युवा अपना सक्रिय योगदान देता है। जो जिस क्षेत्र में कार्य कर रहा है उसी क्षेत्र में देश को उन्नति का मार्ग दिखाएं सभी युवाओं को अपने अपने तरीके से राष्ट्र निर्माण के आकांक्षी होते हैं।  इसके लिए किसी युवा के मन में जाति भेदभाव का विचार नहीं आना चाहिए क्या बात हमेशा ध्यान में रखना चाहिए कि

 ”चाहे जो हो धर्म तुम्‍हारा, चाहे जो वादी हो अगर नही जी रहे देश के लिए  तो तुम अपराधी हो ”

राष्ट्र निर्माण में युवको का योगदान – 

आज भारत के नवयुवक ही है जो भारत देश को आसमान की ऊंचाइयों पर ले जा रहे  हैं प्राचीन काल में भी कई ऐसे युवा वैज्ञानिक एवं संत हुए हैं जिन्होंने देश के लिए अपनी जी जान लगा दी थी आज हर एक युवा को अपने आदर्श, महान युवकों से प्रेरित होकर राष्ट्र के हित में कार्य करने की आवश्यकता है। वैज्ञानिक नई-नई खोजें करके व्यापारी ने नए उद्योगों से किसान अच्छी खेती कर के नेता कुशल नेतृत्व के देश के हित में अपना शक्ति प्रदान कर सकता है। जैसे आज अनेक एनसीसी कार्यालयों का आरंभ हुआ है जिसमें नवयुवक राष्‍ट्र  के बाढ़ पीड़ितों, सुखा ग्रस्त रोगियों की मदद करता है।

शुभ परिणाम –  आज भारत विश्व के अनेक शक्तियों में सम्मिलित हो गया है । भारत ने वर्षो की परतंत्रता के बाद विकास के मार्ग पर चलना सीख लिया। अतः हमें अपने कुशल एवं सक्रिय योगदान करते राष्‍ट्र विकास में बाधा नहीं बल्कि उसे अग्रसर करना चाहिए।  जिस राष्ट्र में युवा जितने अधिक सेवाभावी होंगे उतनी ही अधिक प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा । देश में रहकर उनका अन्य जल आदि का रुख किया है उस देश के लिए ना तो एक छोटी सी बात है युवा के मन क्या बात हमेशा देनी चाहिए कि

क्या हुआ अगर मर गए अपने वतन के वास्ते बुलबुल भी तो मरते हैं अपनी चमन के वास्ते

यूवाओं की राष्‍ट्र निर्माण में ओजपूर्ण शक्ति- हमारे राष्‍ट्र को अपने विभिन्‍न क्षेत्रों में प्रगति के लिये उस क्षेत्र में बेहतर से बेहतर कार्य करना बहुत ही आवश्‍य है। एवं यह बेहतर कार्य सिर्फ हमारे राष्‍ट्र के यूवा वर्ग के लोग ही करते हैं। यूवाओं में एक अलग ही शक्ति होती है। भविष्‍य में कुछ अलग कर दिखाने की चाह में वह किसी भी क्षेत्र में एक अपूर्व उन्‍नती ला सकते हैं। परन्‍तु राष्‍ट्र को इन्‍हे एक दिशा दिखाने का लक्ष्‍य भी रखना आवश्‍यक है। आज का यूवा गलत शिक्षा के कारण अपनी शक्ति, जोश, एवं सक्रियता का गलत ढंग से प्रयोग करता है। एवं स्‍वयं को भी समाप्‍त करना है एवं साथ में राष्‍ट्र का नाम भी कलंकित होता है।

राष्‍ट्र हित के क्षेत्रों में यूवाओं की क्षमता- यूवा वर्ग में एक अलग ही अपार क्षमताओं का भण्‍डार होता है। यह सभी क्षेत्रों में अपनी प्रतिभाओं को दिखाने में सक्षम होते हैं। किसी रचनात्‍मक, शैक्षणिक, ऑटोमोबाइल, शासनिक कार्य, खेलों, वैज्ञानिक क्षेत्रों एवं ऐसे ही कई क्षेत्रों को प्रगति की राह पर यूवा ही ले जाते हैं। बस उन्‍हे एक लक्ष्‍य की आवश्‍यकता होती है।

उपसंहार- आज का युवा प्रदान होता है युवा अपनी आवश्यकता के अनुरूप ही कार्य करता है सभी धमकी और पीछे चले जा रहे हैं अतः प्रत्येक 9 युवकों का यह होना चाहिए कि अपने राष्ट्र के हित में कार्य करें और धन की जगह माननीय भरने का प्रयास करें इनके लिए युवा वर्ग का समूह बनाकर जन-जन के कल्याण के लिए साथ में प्रयोग करना होगा तब होगा

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Updated: 23/03/2021 — 11:46 am